Wednesday, April 16, 2008

फकीरा चल चला चल.............

फकीरा चल चला चल.............
छू ले जो माँ की चौखट को हाँ डड जो जर्रा भी सितारा हो जाये,
जहाँ जिक्र को माँ का मंगल हो, हाँ जन्नत का नजारा हो जा.।

माया के दर पे हर शक्ति, आकर के शीश झुकाती है,
ये सारी दुनिया माँके दर पर, कष्टों से मुक्ति पाती है ।

हो रक्खे मन में विश्वास (जय माता दी) -3
हो रक्खें मन में विश्वास, नाम मैया का लेले

तेरे काम आयेंगे रास, टूटे ना आस चल चला चल
हो भक्त चल चला चल, चल चला
चल
हो भक्त चल चला चल, हो रक्खे मन में विश्वास..................
युग युग से माँ शेरावाली, तार रही है दुनियाँ
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जाओ अपनी विगड़ी बना लो, संवार रही है दुनियाँ को
जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, युग युग से...............

हो मां का बन जा तू दास (जय माता दी) 3 माँ का.........
नाम मैया का ले ले तेरे काम आयेंगे रास, टूटे ना.............

तन मन कर दे माँ को अर्पण, मैल दिलों के धोती माँ
(जय माता दी) 3 तन मन का रहने दें न उदास
(जय माता दी) 3 रहने दें ना उदास नाम मैया का..............

जिसके घर में, सच्चे मन से, माँ का पूजन होता है
वो घर घर न समझो भैया, वो एक मन्दिर होता है ।
ओ रहता हर दम उल्लास, (जय माता दी) 3

जय रहता हर दम उल्लास, नाम मैया का ले ले.............
जय माता दी कहता चल भक्त खुल जाये किस्मत तेरी भी (जय माता दी) 3

जय माता दी कहता चल..........
फिर तू न हो निराश (जय माता दी) 3
फिर तू न हो निराश, नाम मैया का............चल चला चल............

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