शेर- कोई कम नहीं है, दर मैया के जा के देख ।
देगी तुझे दर्शन मैया, तू सर को झुका कर देख ।।
अगर आजमाना है, तो आजमा के देख ।
पल में भरेगी झोली तू, झोली फैला के देख ।।
वो है जग से बेमिसाल सखी, माँ शेरों वाली कमाल - 2
सखी री तुझे क्या बतलाऊँडडडडडडडडड
वो है कितनी दीन दयाल, सखी रे (तुझे क्या बतलाऊँ)------2
जो सच्चे दिल से द्घार मैया के जाता है
(फिर रहे न वोडड) कंगाल सखी
हो जाये माला माल सखी, फिर रहे ना वो
सखी री तुझे क्या बतलाऊँ, वो है कितनी.............
माँ पल-पल करती अपने भगत की रखवाली
दुख रोग हर पल में माँ शेरो वाली
(करे पूरे सभी) -2 सवाल सखी,
वस मन में भ्रम निकाल सखी, करे पूरे............
सखी री तुझे क्या बतलाऊँ वो है कितनी............
माँ भर दे खाली गोद, सुहागन कर देवे, ओ मां भर............
(माँओ को देतीडडडड) 2 लाख सखी
रहने ना दे कोई मलाल सखी- 2 री तुझे क्या.........
हर कमी करे पूरी माँ, अपने प्यारों की
लम्बी है कहानी मैया के उपकारों की- 2
(देती है मुसीबत) 2 टाल सखी -2
सखी री तुझे क्या बतलाऊँडड वो है कितनी दीन दयाल, सखी...........
http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/वो-है-जग-से-बेमिसाल-सखी-t23252.0.html
Monday, April 28, 2008
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