Monday, April 28, 2008

मेरे नौ दिन की

मेरे नौ दिन की मेहमान शारदे
बैठी रहियो मैया मन्दिर में
मैया भूख लगे जब मोसे कहियो
मैया भोग लगाय दऊँगी हाल शारदे ।

मैया प्यास लगे जब मोसे कहियो
तेरी झाड़ी भर दऊंगी हाल शरदे ।

मैया तलब लगे तब मोसे कहियो
तोय चौपड़ बिछाय दऊँगी हाल शारदे ।

मैया नींद लगे तो मोसे कहियो
तोय सिंहासन पोढ़ा दऊँगी हाल शारदे ।

मैया घूम लगे तो मोसे कहियो
भूरो सिंह मगाय दऊँगी हाल शारदे ।

।। शेरों वाली मईया की जय ।।

http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/मेरे-नौ-दिन-की-मेहमान-शारदे-t23248.0.html

बहनों को देना सुहाग

बहनों को देना सुहाग-सुहग अम्बे रानी ।
पहला सुहाग माता, पार्वती को देना ।।

शंकर बने भरतार, भरतार अम्बे रानी ।
देसरा सुहाग माता, सीताजी को देना ।

राम बने भरतार-भरतार अम्बे रानी ।
तीसरा सुहाग माता लक्ष्मी को देना ।
विष्णु बने भरतार-भरतार अम्बे रानी ।।

चौथा सुहाग माता गायत्री को देना ।
ब्रहृ बने भरतार-भरतार अम्बे रानी ।।

पाँचवा सुहाग माता राधा को देना ।
कृष्ण बने भरतार-भरतार अम्बे रानी ।।

छटवां सुहाग माता अनुसुइया को देना ।
ऐसा सुहाग माता हमको भी देना ।
फूले-फले परिवार-परिवार अम्बे रानी ।।

।।बोलो जयकारा होगा निस्तारा ।।
http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/बहनों-को-देना-सुहागसुहग-अम्बे-रानी-।-t23249.0.html

मुझे रंग दे

मुझे रंग दे - 3 ओ रंगरेज चुनरिया सतरंगी -2
मैया को जा के उड़ाऊँ, चुनरिया सतरंगी - 2
(चुनरिया सतरंगी, जै माँ) - 2 चुनरिया सतरंगी

चुनरिया सतरंगी - 3 मुझे रंग दे ओ...............2

एक रंग, रंग दे भक्ति का-2 दूजा रंग रंग दे मुक्ति का - 2
तीजा रंग रंग दे शक्ति का........ओडडडडड तीजा रंग.......

तुझको क्या समझाऊँ, अरे तुझको क्या समझाऊँ
चुनरिया सतरंगी - 3 मुझे रंग दे ओ........

चौथा रंग बलिदान का रंग दे -2
रंग पाँचवा दान का रंग दे- 2, छठा रंग सम्मान का रंग दे
ओडड सातवाँ प्रेस मिलाऊँ डडडड हो डडडड -2

बाग बाग से कलियाँ लाऊँ -2
मैया के चरणों में चड़ाऊँ -2
तिलक लगाऊँ ज्योति जगाऊँ, मैं रुठी मां को मनाऊँ
चुनरिया सतरंगी-2 मुझे रंग दे ओ........

शेरों वाली की, जो हो..................
जोता वाली की जै हो.................
अम्बे रानी की जै हो..................
वैष्णों रानी की जै हो..................
नैना देवी की जै हो....................
चिन्तपूरणी की जै हो.................
मैया की जै हो - 2
मुझे रंग दे हो रंग रेज चुनरिया..........

http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/मुझे-रंग-दे-हो-रंग-रेज-चुनरिया-t23250.0.html

माँ वेदों ने जो तेरी

माँ वेदों ने जो तेरी महिमा कही है - 2 सही है- 2 सही है सही

तू करुणा मयी और ममता मयी है, (सही है) 3 सही...............
कोई दुर्गा, काली, भवानी कहे, कोई अम्बे या वैष्णों रानी कहे

महा माया गौरी तू क्त्यानी, तू ही शारदे, लक्ष्मी नारायणी
तेरे नामों का कोई, अन्त नहीं है, (सही है) 3 सही...............

तुम्हीं ने बनाया ये संसार माँ, ये चंदा सितारे सूरज आसमाँ
ये पर्वत ये झरने, ये फूल और वन
जिसे देख मन, हो गया मगन
तेरी ही कृपा से टिकी धरती है, (सही है) 3 सही...............

मुझे अपनी भक्ति का वरदान दो
दया अब करो माँ मुझे ज्ञान दो
हो आशा मेरी पूरी मातेश्वरी, मेरे दिल में हो बस मूरत तेरी
तेरी लख्खा की मैया विनती यही है, (सही है) 3 सही...............

माँ वेदों ने जो तेरी...................तू करुणा मयी और..........

http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/माँ-वेदों-ने-जो-तेरी-महिमा-कही-है-2-सही-है-2-सही-है-सही-t23251.0.html

शेर- कोई कम नहीं है

शेर- कोई कम नहीं है, दर मैया के जा के देख ।
देगी तुझे दर्शन मैया, तू सर को झुका कर देख ।।

अगर आजमाना है, तो आजमा के देख ।
पल में भरेगी झोली तू, झोली फैला के देख ।।

वो है जग से बेमिसाल सखी, माँ शेरों वाली कमाल - 2

सखी री तुझे क्या बतलाऊँडडडडडडडडड
वो है कितनी दीन दयाल, सखी रे (तुझे क्या बतलाऊँ)------2

जो सच्चे दिल से द्घार मैया के जाता है
(फिर रहे न वोडड) कंगाल सखी

हो जाये माला माल सखी, फिर रहे ना वो
सखी री तुझे क्या बतलाऊँ, वो है कितनी.............

माँ पल-पल करती अपने भगत की रखवाली
दुख रोग हर पल में माँ शेरो वाली

(करे पूरे सभी) -2 सवाल सखी,
वस मन में भ्रम निकाल सखी, करे पूरे............

सखी री तुझे क्या बतलाऊँ वो है कितनी............

माँ भर दे खाली गोद, सुहागन कर देवे, ओ मां भर............
(माँओ को देतीडडडड) 2 लाख सखी

रहने ना दे कोई मलाल सखी- 2 री तुझे क्या.........
हर कमी करे पूरी माँ, अपने प्यारों की

लम्बी है कहानी मैया के उपकारों की- 2
(देती है मुसीबत) 2 टाल सखी -2

सखी री तुझे क्या बतलाऊँडड वो है कितनी दीन दयाल, सखी...........
http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/वो-है-जग-से-बेमिसाल-सखी-t23252.0.html

अमृत की बरसे बदरिया

अमृत की बरसे बदरिया, अम्बे माँ की दुआरिया - 2
देखो, अमृत की बरसे बदरिया ओये मेरी माँ की दुआरिया............

दादुर मोर पपीहा बोले - 2 (पपीहा बोले, पपीहा बोले) -2
कूके जै हो -2 (कूके काली कोयलिया, ओ अम्बे माँ की दुआरिया)-2
अमृत की बरसे बदरिया..........

शीश मुकुट, कानों में कुण्डल-3
सोहवे-3 लाल चुनरिया, मेरी माँ की दुआरिया, देखो अमृत..............

माथे की बिन्दिया चमचम चमके -2 (चमचम चमके) -4
माथे की बिन्दिया चमचम चमके
जैसे- 3 गगन में बिजुरिया, अम्बे माँ की दुआरिया - अमृत..........

सूरज चन्दा आरती उतारे- 4 पवन बुकारे डगरिया, मेरी..........
ब्रहृ, बिष्णु, शंकर नाचे -4 शंकर नाचे, भोला नाचे -2
ओये ब्रहृ विष्णु शंकर नाचे, मोहन बजाये बाँसुरयी
मेरी माँ की बुअरिया, अमृत की बरसे..........

ओ प्रेम से बोलो जय माता दी,
ओ सारे बोलो जय माता दी,
ओ आते बोलो जय माता दी,
ओ जाते बोलो जय माता दी,
ओए कष्ट निवारे जय माता दी,
माँ पार उतारे जय माता दी,
मेरी माँ भोली जय माता दी,
भर देती झोली जय माता दी,
माँ जोड़े दर्पण जय माता दी,
माँ देके दर्शन जय माता दी,
ओ जय माता दी, जय माता दी,
जय माता दी, जय माता दी ।
http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/अमृत-की-बरसे-बदरिया-अम्बे-माँ-की-दुआरिया-2-t23253.0.html

जहाँ देखूँ मैं तू ही तू नजर आये

जहाँ देखूँ मैं तू ही तू नजर आये - 2
(मेरी अँखियों के सामने ही रहना ओ शोरों वाली जगदम्बे) -4

हम तो चाकर मैया तेरे दरबार के -4
ओ भूखे है हम तो मैया -2 बस तेरे प्यार के, मेरी............

विनती हमारी भी अब, करो मंजूर माँ - 4
हो, चरणों से हमकों कभी-2 करना दूर माँ मेरी.................

मुझे जानके अपना ही बालक, सब भूल तू मेरी भुला देना -4
ओ शेरो वाली जगदम्बे -2 आंचल में मुझे छुपा लेना
मेरी अँखियों के सामने..............

तुम ही शिवाजी की शक्ति, मैया शेरों वाली -2
मेरे भोले की शक्ति, मैया शेरों वाली-2
तुम हो दुर्गा हो अम्बे मैया, तुम हो काली -2
(बनके अमृत की -2 धार सदा बहना ओ शेरों वाली जगदम्बे)
बनके अमृत..............मेरी............

दे दो भक्त को भक्ति का दान मैया जी -2
दे दो भक्तो को हाँ हाँ, अपने भक्त को माता, अपने भक्त को...........

(है भजन तेरा -2 भक्तो का गहना ओ शेरो वाली जगदम्बे)-2
मेरी अँखियों............

http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/मेरी-अँखियों-के-सामने.html

मन की मुरादें पूरी कर माँ,

मन की मुरादें पूरी कर माँ,
दर्शन करने को मैं तो आऊँगी..........

तेरा दीदार होगा, मेरा उद्घार होगा
हलवे का भोग मैं लगाऊंगी -2..........

तू है दाती दान दे दे, मुझको अपना जानकर -2
भर दे मेरी झोली खाली, दाग लगे ना तेरी शान पर
सवा रुपया और नारियल, मैं तेरी भेंट चढ़ाऊंगी
दर्शन करने को मैं तो आँऊंगी, तेरा दीदार............

छोटी-छोटी कन्याओं को, भोग लगाऊँ भक्ति भाव से -2
तेरा जगराता कराऊँ, मैं तो माँ बड़े चाव से
लाल ध्वजा ले करके माता तेरे भवन पे लहराऊंगी
दर्शन करने को मैं तो आऊँगी, मन की....................

महिमा तेरी बड़ी निराली, पार ना कोई पाया है - 2
मैंने सुना है ब्रहृ, विष्णु, शिव ने तेरा गुण गाया है
मेरी औकात क्या है, तेरी माँ बात क्या है
कैसे मैं तुझको भुलाऊंगी, दर्शन करने.........तेरा दीदार...............

लाल चोला, लाल चुनरी, लाल तेरे लाल है -2
तेरी जिस पर हो दया माँ वो तो मालामाल है
ज्योति और रवि बालक है तेरे
उनको भी संग में, मैं लाऊंगी, दर्शन करने ................माँ तेरा.........

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झूठी दुनिया से मन को हटा ले -2

झूठी दुनिया से मन को हटा ले -2
ध्यान मैया के चरणों में लगा ले
नसीबा तेरा जाग जायेगा - 4
ओ झूठी दुनिया से मन को हटा ले -2
ध्यान मैया के चरणों में लगा ले नसीबा................

सच्चा है दरबार यहां जगदम्बे का
मिलता है प्यार यहाँ जगदम्बे का - 2........
झूठे संसार का तो चलन अनोखा है
पग-पग मिले यहाँ धोखा ही धोखा है - 2झूठे............

मान जायेगी तू मैया को मना ले,
जोत माँ की तू प्रेम से जगा ले, नसीबा तेरा...........

माल तेरे पास है तो माल तेरा खायेंगे
हुआ जो खत्म तो नजर नहीं आयेंगे -2 माल तेरे................

महामाई को तू अपना बना ले
प्यार माँ का अनूठा है तू पा ले नसीबा तेरा.....................

शेरी वाली मईया मेरी ममता की खान है
भगतों को प्यार देती, बड़ी ही महान है -2 शेरा वाली............

हाथ उनका तू सर पे धरा ले
काम फिर चाहे कुछ भी करा ले, नसीबा तेरा..................

भक्त मैया तेरे चरणों के दीवाने है - 2
सारा जग झूठा, सच्चा माँ तेरा ठिकाना है -2 ...........

नाम जप लों चरणों में लगा ले भक्त
बिगड़ी हुई को बना ले, नसीबा तेरा..................

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Wednesday, April 16, 2008

गरीबों की सुनो वो तुम्हारी सुनेगा..................

गरीबों की सुनो वो तुम्हारी सुनेगा..................

ब्रहृ जी को आना छुड़ाया मधु कैटभ के बल से ।
मोहनी रुप धर शिव को बचाया, भस्मासुर के छल से ।।

सब देवों पर हुई सहाई माँ, दुष्टों के दल से ।
र भक्तों की है प्यास बुझाई चरण गंगा के जल से ।।
अब मेरी भी सुनो हे मात भवानी - 2
मैं तेरा ही बालक हूँ जगत महारानी, अब मेरी.........

सिंह सवारी करने वाली तेरी शान निराली है
तू है शारदा तू ही लक्ष्मी तू ही तो महाकाली है
शुम्भ निशुम्भ पापी, तू ने सहारे महिषासुर के जैसे तुमने ही मारे
भक्तों के सारे संकट तुमने ही तारेडडड

मैं भी आया हूँ मैया तेरे द्घारे
तेरा यश है उज्जवल निर्मल ज्यों गंगा का पानी
अब मेरी भी सुनो ......................................

ब्रहृ,विष्णु, शंकर ने भी आदि शक्ति को माना है
जय जगदम्बे जय जगदम्बे वेद पुरान बखाना है
शक्ति से ही सेवा होती, शक्ति से ही मान हैशक्ति से ही विजयी होता, हर इन्सान है
शक्ति से ही भक्ति होती, भक्ति से ही मानशक्ति से ही विजयी होता, हर इन्सान है
शक्ति से ही भक्ति होती, भक्कति में कल्याण माँ डडडडडडड

दे दो मुझे भी शक्ति का गुणगान माँकैसे मैं गुणगान करुं माँ,
मै तो हूँ अज्ञानी, अब मेरी...............

कण-कण में है देखी सबने, कैसी जोत समाई
हैभीड़ पड़ी जब भक्तों पे माँ, दौड़ी आई है ।

मेरी पुकार सुन लो, दर्श दिखा दो,कर दो दया की दृष्टि,
गले से लगा लोभक्तों का मैया तुमने डडडडड
भाग संवारा डडडडडडडआया शरण मं भक्त इक दुखियारा
करदे देवकी नन्दन पे ओ मैया मेहरबानी, अब मेरी..........

फकीरा चल चला चल.............

फकीरा चल चला चल.............
छू ले जो माँ की चौखट को हाँ डड जो जर्रा भी सितारा हो जाये,
जहाँ जिक्र को माँ का मंगल हो, हाँ जन्नत का नजारा हो जा.।

माया के दर पे हर शक्ति, आकर के शीश झुकाती है,
ये सारी दुनिया माँके दर पर, कष्टों से मुक्ति पाती है ।

हो रक्खे मन में विश्वास (जय माता दी) -3
हो रक्खें मन में विश्वास, नाम मैया का लेले

तेरे काम आयेंगे रास, टूटे ना आस चल चला चल
हो भक्त चल चला चल, चल चला
चल
हो भक्त चल चला चल, हो रक्खे मन में विश्वास..................
युग युग से माँ शेरावाली, तार रही है दुनियाँ
ko

जाओ अपनी विगड़ी बना लो, संवार रही है दुनियाँ को
जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, युग युग से...............

हो मां का बन जा तू दास (जय माता दी) 3 माँ का.........
नाम मैया का ले ले तेरे काम आयेंगे रास, टूटे ना.............

तन मन कर दे माँ को अर्पण, मैल दिलों के धोती माँ
(जय माता दी) 3 तन मन का रहने दें न उदास
(जय माता दी) 3 रहने दें ना उदास नाम मैया का..............

जिसके घर में, सच्चे मन से, माँ का पूजन होता है
वो घर घर न समझो भैया, वो एक मन्दिर होता है ।
ओ रहता हर दम उल्लास, (जय माता दी) 3

जय रहता हर दम उल्लास, नाम मैया का ले ले.............
जय माता दी कहता चल भक्त खुल जाये किस्मत तेरी भी (जय माता दी) 3

जय माता दी कहता चल..........
फिर तू न हो निराश (जय माता दी) 3
फिर तू न हो निराश, नाम मैया का............चल चला चल............

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना ।

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना ।
जो रुखा सूखा दिया हमें,कभी इसका भोग लगा जाना ।।

ना छत्र बना सका सोने का, ना चुनरी तेरी सितारों जड़ी ।
ना बर्फी न पेड़ा माँ,श्रद्वा के नयन विछाये खड़ा ।
इस अर्जी को न ठुकराना ।।कभी...................

जिस घर के दीये में तेल नहीं,तेरी ज्योति जगाऊँ माँ कैसे ।
जहाँ मैं बैठूँ वहाँ बैठ कर हे माँ, बच्चों का दिल बहला जाना ।।
कभी.......................

तू भाग्य बनाने वाली है, मैं हूँ तकदीर का मारा माँ ।
हे दाती संभालो भिखारी को, आखिर तेरी आँख का तारा हूँ ।
मैं दोषी तू निर्दोष है माँ,मेरे दोषों को भुला जाना ।।
कभी........................

जय माँ - 2 हो आये नौरात्रे माता के -4

हो चेत महीना और अश्वन में,
आते माँ के नौरात्रे मुँह माँगा वर उनको मिलता,
जो दर पे चलके आतेजय माँ,
जय माँ - 2 हो आये नौरात्रे माता के -4

आते है हर साल नौरात्रे माता केआये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता के

मैं पूजूं हर साल नौरात्रे माता के, आये नौरात्रे माता के...........आते..........
पहले नौरात्रे माता खेत्री बीज के,
माँ को जोत जगाओं - 2
दूजे नौरात्रे मैया को, प्यार के साथ मनाओ,
नौरात्रे माता के आये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता के...............

फिर तीजे नवरात्र मात की पूजा करते रहना - 2
जय माता की - 2 स्वास स्वास है कहना,
नवरात्रै माता केनौरात्रे माता के आये नौरात्रे
माता के जै हो नौरात्रै माता के
चौथा नौरात्रै फलदायक, वेदों ने गुण गाया है - 2
पंचम नौरात्रै ने पाण्डव, माँ का भवन बनाया नौरात्रै............

षष्ठी की नौरात्र मैं ध्यानूं माँ दर्शन पाया - 2
लाज भगत की रख ली माँ, अकबर का मान घटाया
सप्तमी के दिन सात देवीयाँ भक्तों को वर देती है - 2
ऋद्घि-सिद्घि के खोल भन्डारे भक्तों के घर भरती...............
नौरात्रे माता के आये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता

अष्टमी का दिन है प्यार कन्या पूजन कर लो - 2
माँ गौरी का दर्शन करके खाली झोली भर लो, नौरात्रै...............
पर नौंवी के दिन में भक्तों, माँ के दर्शन पाओं - 2
शीश झुका के मैया के दर पे, जय माता की गाओ,
नौरात्रे माता के नौरात्रे माता के आये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता के

Sunday, April 13, 2008

ओ जंगल के राजा

ओ जंगल के राजा मेरी मइया को लेकर आजा - 2
मैंने आस की ज्योति जलाई, मेरे नैनों मां है समाई
मेरे सपने सच तू कराजा, मेरी माँ को लेकर आजा
ओ जंगल के राजा.....................................

http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/ओ-जंगल-के-राजा-t23303.0.html