Monday, April 28, 2008

मेरे नौ दिन की

मेरे नौ दिन की मेहमान शारदे
बैठी रहियो मैया मन्दिर में
मैया भूख लगे जब मोसे कहियो
मैया भोग लगाय दऊँगी हाल शारदे ।

मैया प्यास लगे जब मोसे कहियो
तेरी झाड़ी भर दऊंगी हाल शरदे ।

मैया तलब लगे तब मोसे कहियो
तोय चौपड़ बिछाय दऊँगी हाल शारदे ।

मैया नींद लगे तो मोसे कहियो
तोय सिंहासन पोढ़ा दऊँगी हाल शारदे ।

मैया घूम लगे तो मोसे कहियो
भूरो सिंह मगाय दऊँगी हाल शारदे ।

।। शेरों वाली मईया की जय ।।

http://forum.spiritualindia.org/bhajan-lyrics-collection/मेरे-नौ-दिन-की-मेहमान-शारदे-t23248.0.html

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